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दोस्तों आज सात्विक जीवन का साक्षात्कार कराती डायरी के 59 वें भाग से आपका परिचय करवाने जा रही हूँ। पिछले भाग में आप मेरी डायरी के पन्नों में संजोये लेख जानिए नाखूनों के ये 9 लक्षण सेहत के बारे में क्या कहते हैं की जानकारी से परिचित होने के सफर में शामिल हुए थे। आप सभी के स्नेह और उत्साहवर्धन के लिए मैं ह्रदय से आभारी हूँ। इस भाग में “जीभ देते हैं रोगों के शुरुआती लक्षण का संकेत” से सम्बंधित जानकारी से आपका परिचय करवा रहीं हूँ।
दोस्तों, खान -पान में लापरवाही बरतने से शरीर में कई प्रकार के रोग पनपने की सम्भावना बढ़ जाती है। रोगों के शुरूआती लक्षण के संकेत हाथ के नाखूनों, जीभ, आँखों आदि अंगों पर दिखने लगते हैं। जिन्हें पहचानने की जानकारी होने पर रोगों को बढ़ने से पहले ही रोका जा सकता है।
शरीर के अस्वस्थ्य होने पर जीभ के रंग में बदलाव, जीभ की सतह पर गाढ़े सफ़ेद धब्बे, छाले एवं सफ़ेद,काले या भूरे रंग की पर्त जम जाती है। जो कि सामान्य या गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत देती है।
आमतौर पर गुलाबी रंग की जीभ की ऊपरी सतह और किनारों पर कई पैपिला (छोटे माँस के उभार) होते हैं। जो कि जीभ को मोटा आकार देने में सहायक होते हैं। इस प्रकार की जीभ स्वास्थ जीभ की श्रेणी में आती है। किन्तु इन पैपिला के आकार में वृद्धि/सूजन होना रोग का संकेत हो सकता है। आइये देखें जीभ में आये बदलाव किन रोगों के लक्षण का संकेत देते हैं।
Symptoms of changes Appearance in Tongue जीभ में बदलाव के लक्षण
- खट्टे, नमकीन, तीखे, मीठे खाद्य पदार्थों को खाने पर जीभ से स्वाद का अनुभव करने की क्षमता में बदलाव महसूस करना।
- जीभ में सूजन आना।
- हिलाने में कठिनाई महसूस होना।
- पुरे जीभ की सतह पर या कुछ निश्चित जगहों पर दर्द महसूस होना।
- रंग में बदलाव एवं काले, सफ़ेद, भूरे रंग के धब्बे का दिखना।
- आकार बढ़ जाना और हिलाने में कठिनाई का सामना करना।
- जीभ की सतह पर रोयेंदार/बाल जैसा दिखना।
- पूरे जीभ में या कुछ स्थानों पर जलन महसूस होना।
Causes of Problem in Tongue जीभ में समस्या के कारण
Hairy Tongue जीभ पर बाल होना
यदि जीभ पर काले, भूरे अथवा सफ़ेद रंग की रोयेंदार पर्त दिखाई देते हैं, तो आपके जीभ रोयेंदार हो सकती है। आनुवंशिक और दुर्लभ रोग सूचना केंद्र के अनुसार –
इसका कारण जीभ की ऊतकों की पर्तों में केराटिन नामक प्रोटीन का जमाव होना है। जो कि जीभ की सतह पर मौजूद बम्प्स को लम्बे रोयें के आकर में बदल देते हैं।
इस प्रकार के जीभ की समस्या अधिकतर तम्बाकू चबाने एवं धूम्रपान करने वालों के जीभ पर पाई जाती है। इसे ल्यूकोप्लेकिया कहते है। सामान्यतः ल्यूकोप्लेकिया के धब्बे किसी बीमारी के लक्षण नहीं होते हैं। किन्तु कुछ मामलों में ये कैंसर के प्रारंभिक लक्षण के संकेत हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त एपस्टीन-बार/ Epstein -Barr या एचआईवी जैसे वायरस से संक्रमित होने का संकेत हो सकता है।
Black Tongue जीभ पर काले रंग की पर्त होना
यूरोपियन जर्नल ऑफ़ इंटरनल मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार –
जीभ पर काले रंग की पर्त दिखाई देने का कारण मूँह में बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण हो सकता है। कुछ लोगों को एसिडिटी दूर करने की दवा एंटासिड में मौजूद रसायन बिस्मथ सबसेलिसलेट के कारण हो सकती है। दरअसल इस रसायन के स्लाइवा में मिलने के बाद जीभ पर काले निशान पड़ जाते है।
Bright Red Tongue चमकदार लाल जीभ
नेशनल सेण्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार –
जीभ में सूजन और चमकदार लाल जीभ होने को ग्लोसिटिस के नाम से जाना जाता है। इसका कारण वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, तम्बाकू और शराब के ज्यादा सेवन अथवा जीभ में छेद करवाना हो सकता है। इसके अतिरिक्त चिकनी लाल जीभ के साथ मुँह में दर्द की समस्या होने पर विटामिन बी की कमी का संकेत हो सकता है।
कुछ मामलों में कावासाकी रोग के शुरुआत लक्षण का संकेत हो सकता है। ये बीमारी ज्याफदातर बच्चों में पायी जाने वाली दुर्लभ गंभीर रोगों की श्रेणी में आती है। इसमें शरीर के अंगों की नसो में सूजन आने के कारण जीभ चमकदार लाल रंग की दिखाई पड़ती है।
White Patches on tongue जीभ पर सफेद धब्बे होना
नेशनल सेण्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार जीभ पर सफेद बम्प्स (उभार युक्त
धब्बे) होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं –
- छाले या फंगल संक्रमण होना।
- किसी बीमारी के उपचार के लिए सेवन की गयी दवाओं के कारण मुँह के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाना।
- लाइकेन प्लेनस / lichen planus रोग हो सकता है। यह रोग शरीर की रोगप्रतिरक्षा प्रणाली के मुँह के ऊतकों पर हमला करने के कारण होता है।
- जीभ की पूरी सतह पर सफेद पर्त हो, जो कि जीभ साफ़ करने पर भी न हटता हो, तो ल्यूकोप्लेकिया से सम्बन्ध हो सकता है। जो कि जीभ के कैंसर के शुरूआती लक्षण का संकेत माना जाता है।
Tongue Bumps जीभ के टिप पर माँसल उभार होना
नेशनल सेण्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार –
जीभ के टिप या किनारों पर लाल बम्प्स होना आम है। इसका कारण ट्रांसिएंट लिंगुअल पैपिलिटिस हो सकता है। ये लाल बम्प्स दर्दनाक हो सकते हैं। ये लगभग एक सप्ताह स्वतः ठीक भी हो जाते हैं। ये मुँह में वायरस संक्रमण होने पर जीभ के किनारों या टिप पर एक से अधिक बम्प्स का कारण भी हो सकते हैं।
किन्तु जीभ के नीचे या ऊपर पर बहुत समय तक माँसल उभार बने रहने की स्थिति में कैंसर की गाँठ होने का संकेत हो सकता है।
Sore or Painful Tongue जीभ में जख्म होना
nidirect.govt,uk की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार –
जीभ में दर्द होने का कारण दाँतों से कट जाना, लाइकेन प्लेनस, फंगल संक्रमण आदि हो सकता है। किन्तु सफ़ेद, लाल धब्बे या गाँठ होने की स्थिति में जीभ में दर्द बने रहने का कारण कैंसर रोग का संकेत भी हो सकता है।
Fissured Tongue जीभ की सतह पर दरारे पड़ना
जीभ की सतह पर दरारे उम्र बढ़ने पर हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त स्जोग्रेंस सिंड्रोम /sjogren’s syndrome (क्रोनिक ऑटोइम्यून की स्थिति जो लार और लैक्रिमल ग्रंथियों के डीजेनरेट/ नष्ट होने) के कारण, डाउन सिंड्रोम या सोरायसिस के कारण भी हो सकता है।
Macroglossia माक्रोग्लोस्सया
जब जीभ का आकार मुँह के अन्य हिस्सों की तुलना में बढ़ जाता है, तो इसे माक्रोग्लोस्सया रोग कहते हैं।
नेशनल आर्गेनाइजेशन फॉर रेयर डिसऑर्डर के अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार-
जीभ के आकार बढ़ने का कारण जन्मजात हाइपोथायरायडिज्म, संक्रमण के कारण भी हो सकता है। इसके अतिरिक्त कुछ मामलों में अनुवांशिक विकार,अन्तःस्त्रावी ग्रंथियों में सूजन या संक्रमण के कारण भी जीभ का आकार बढ़ने की समस्या पैदा हो सकती है।
Mouth Cancer मुँह का कैंसर
जीभ में जख्म या गाँठ का 15 दिनों से अधिक समय तक बने रहने की स्थिति में कैंसर रोग का संकेत हो सकता है। जख्म या गाँठ में दर्द बने रहने के साथ ही निगलने या चबाने में कठिनाई होने की स्थति में कैंसर रोग होने की सम्भावना हो सकती है।
Burning Mouth Syndrome बर्निंग माउथ सिंड्रोम
नेशनल सेण्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार –
यदि जीभ में कॉफी, चाय या गर्म खाद्य पदार्थ/पेय पदार्थ से जलने जैसा जलन महसूस होता हो और मुँह का स्वाद कड़वा लगने की समस्या हो, तो इसका कारण नसों से सम्बंधित समस्या हो सकती है। इसके अतिरिक्त मुँह का सूखने की समस्या, एसिड रिफ्लक्स, संक्रमण या डायबिटीज रोग का संकेत भी हो सकता है।
जानकारी का स्त्रोत :
नेशनल सेण्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन
नेशनल आर्गेनाइजेशन फॉर रेयर डिसऑर्डर
यूरोपियन जर्नल ऑफ़ इंटरनल मेडिसिन
आनुवंशिक और दुर्लभ रोग सूचना केंद्र
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