तरबूज के बीज, रस और छिलके का उपयोग औषधि के रूप में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति प्राचीन काल से होता आया है। गर्मियों में पैदा होने वाले इस फल की तासीर ठंडी होती है। यह ऊपर से हरा और अंदर से लाल गूदे सहित बीज से भरपूर होता है। इसमें लगभग 92 % पानी की मात्रा होती है। ये गर्मियों में प्यास बुझाने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ ही भोजन पचाने में भी सहायक होता है।
तरबूज के फल का रस, बीज और छिलके (ऊपरी हरे भाग) का उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में कारगर होता है। जिसके कारण आयुर्वेद में इसकी गिनती औषधीय गुणों से भरपूर फल के तौर पर की जाती है। यह खनिज, विटामिन एवं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। इसके बीज में विभिन्न पोषक तत्वों पाए जाते हैं। आइये जाने तरबूज के बीज के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी।
Other names for Watermelon तरबूज के अन्य नाम
वानस्पतिक नाम – सिट्रुलस लेनटस (citrullus lanatus), हिंदी में हिनमना, तरबूजा, तरबूज, मराठी में कलिंगड़, मलयालम में तन्निमथन, कन्नड़ में कालांगदी, तेलगु में तरबूजम, बंगाली में तरमुज, गुजराती में तड़बूज, अंग्रेजी में वाटरमेलॉन (watemelon) आदि नामों से जाना जाता है।
Nutritional Value पोषक तत्व की मात्रा
uhhospitals.org के आर्टिकल के अनुसार – एक कप सूखे बीज में पोषक तत्व की मात्रा का अनुपात इस प्रकार है :
पोषक तत्व | मात्रा |
प्रोटीन (g ) | |
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसेचुरेटेड ((g ) | 30.34 |
टोटल लिपिड (फैट) (g ) | 51.16 |
कार्बोहाइड्रेट (g ) | 16.53 |
एनर्जी (kcal) | 601.56 |
कैल्शियम (mg) | 58.32 |
आयरन (mg) | 7.86 |
मैग्नीशियम (mg) | 556.2 |
फॉस्फोरस (mg) | 815.4 |
पोटैशियम (mg) | 699.84 |
सोडियम (mg) | 106.92 |
जिंक (mg) | 11.06 |
कॉपर (mg) | 0.74 |
मैंगनीज (mg) | 1.74 |
थियामीन (mg) | 0.21 |
राइबोफ्लेविन (mg) | 0.16 |
नियासिन (mg) | 3.83 |
पैंटोथेनिक एसिड (mg) | 0.37 |
विटामिन बी -6 (mg) | 0.1 |
फोलेट, टोटल (mg) | 62.64 |
फोलेट, डीएफई (mcg_ DFE) | 62.64 |
फैटी एसिड, कुल संतृप्त (g) | 10.56 |
कोलेस्ट्रॉल (mg) | 0 |
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड (g) | 8 |
Benefits of eating Watermelon seeds तरबूज के बीज खाने के लाभ
ह्रदय को रखे स्वस्थ
तरबूज के बीज में पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और पोटैशियम की मात्रा पायी जाती है। ये फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) के स्तर को आवश्यकता से अधिक बढ़ने से रोकने का कार्य करता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम की मात्रा चयापचय प्रक्रियाओं को सुचारु रूप से बनाये रखने में सहायक होता है, जो कि ह्रदय के स्वस्थ्य रहने के लिए आवश्यक है। अतः बीज के उचित मात्रा का नियमित सेवन करने से ह्रदय रोगों की सम्भावना कम हो जाती है।
हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखने में सहायक
इसके बीज में मौजूद एमिनो एसिड (arginine) की मात्रा धमनियों को सिकुड़ने से बचाव करने में सहायक होती है। जिसके कारण हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है।
त्वचा के लिए फायदेमंद
एक शोध अध्ययन के अनुसार – तरबूजे के बीज और छिलके के अर्क में जीवाणुरोधी गुण मौजूद होता है। जिसके कारण अर्क के लेप के प्रयोग से त्वचा के बैक्टीरियल संक्रमण से उत्पन्न खुजली, एक्जिमा रोग को दूर करने में मदद मिल सकती है।
इसके बीज के तेल को कालाहारी के नाम से जाना जाता है। जो कि त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में प्रभावी होता है। जिसके कारण तेल का प्रयोग मॉइस्चराइजर ते तौर पर किया जा सकता है।
सिर के बालों की झड़ने से रोकता है
इसके बीज में मौजूद मैग्नीशियम , प्रोटीन एवं एमिनो एसिड की उच्च मात्रा बालों के विकास को बढ़ावा देने का काम करती है। बीज के तेल में मौजूद नियासिन (विटामिन बी 3) की मात्रा बालों में डैंड्रफ की समस्या दूर करने में प्रभावी होती है। शोध रिपोर्ट के अनुसार विटामिन बी 3 की कमी स्कैल्प में खुश्की एवं डैंड्रफ होने की सम्भावना बढ़ सकती है।
पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाता है
शोध अध्ययन के अनुसार – तरबूजे के बीज में पाया जाने वाला लाइकोपीन एंटीऑक्सीडेंट पुरूषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता को बढ़ाने में सहायक होता है।
रोग प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनता है
शोध अध्ययन के अनुसार – तरबूज के बीज में जिंक, मैंगनीशियम एवं विटामिन बी 3 की उच्च मात्रा पायी जाती है 4 ग्राम बीज में शरीर की दैनिक आवश्यकता के 4 % जिंक की मैत्रा मौजूद होती है। जो कि शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
इसके अतिरिक्त इसमें पाई जाने वाली विटामिन बी 3 (नियासिन) प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक पोषक तत्व है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न :
क्या तरबूज को सुबह खाली पेट खाना सही है?
हाँ, तरबूज को खाली पेट सुबह के समय खाने से गैस एवं एसिडिटी की समस्या में राहत मिलता है। इसमें आहार फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण पेट ज्यादा देर तक भरा महसूस होता है। जिससे वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है।
तरबूज खाने का सही समय क्या है?
सुबह नाश्ते के साथ या नाश्ते और दोपहर के खाने के बीच के समय में तरबूज का सेवन करना सही रहता है। रात के भोजन से पहले या बाद में तरबूज खाने अपच की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
तरबूज के बीज खाने का सही तरीका क्या है?
तरबूज के बीज को कच्चा छिलका उतार कर अथवा भून का खाया जा सकता है। तरबूज के अंकुरित बीज में पोषण की मात्रा बढ़ जाती है। तरबूज के गूदे के साथ भी बीज को पीस कर स्मूदी बनाकर खाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
स्त्रोत :
www.researchgate.net/publication
pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/10744631/
www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2277319/
www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8094133/
www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4464475/
phytojournal.com/archives/7-3-104-192.pdf
savemefrom.com
www.uhhospitals.org
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