Calcium Deficiency : Symptoms, Causes and Prevention कैल्शियम की कमी: लक्षण, कारण और बचाव

Calcium Deficiency : Symptoms, Causes and Prevention कैल्शियम की कमी: लक्षण, कारण और बचाव
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दोस्तों आज सात्विक जीवन का साक्षात्कार कराती डायरी के 22 वें भाग से आपका परिचय करवाने जा रही हूँ। पिछले भाग में आप मेरी डायरी के पन्नों में संजोये “घर पर बालों के लिए कंडीशनर कैसे बनायें” से परिचय प्राप्त करने के सफर में शामिल हुए थे। आप सभी के स्नेह और उत्साहवर्धन के लिए मैं ह्रदय से आभारी हूँ। आइये चलें शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण, लक्षण एवं कमी पूरी करने के उपाय से परिचित होने के सफ़र पर ……

दोस्तों कैल्शियम शरीर के लिए आवश्यक खनिज/ मिनरल्स में से एक है। हमारे शरीर के ढाँचे/कंकाल को बनाए रखने के लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। इसके अतिरिक्त दाँतों की मजबूती, रक्त धमनियों एवं माँसपेशियों को लचीला बनाने में और तंत्रिका तंत्र के माध्यम से शरीर के अंगों में संवेदना पहुँचाने के कार्य में कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्श्यम की अधिक कमी के कारण शरीर को सुखा रोग, गठिया /अर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसि , टेटनी रोग आदि का सामना करना पड़ सकता है।

कैल्शियम की कमी का पता शुरूआती तौर पर नहीं चल पाता है। इसका कारण शरीर कैल्शियम की कमी को हड्डियों से अवशोषित कर रक्त में पूरा करने लगता है। जिसके कारण हड्डियों , त्वचा, दाँतों और नाखूनों पर कल्शियम की कमी प्रभाव दिखने लगता है। आइये जाने कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण और कमी से बचने के उपाय की जानकारी।

Causes of Calcium Deficiency कैल्शियम की कमी के कारण 

  • विटामिन डी की कमी

आहार के माध्यम से शरीर में पहुँचने वाले कैल्शियम की मात्रा को शरीर में अवशोषित होने की प्रक्रिया में विटामिन डी की आवश्यकता होती है। जिसके कारण विटामिन डी की कमी होने पर खाद्य पदार्थों से कल्शियमकल्शियम का अवशोषण नहीं हो पाता है तथा कल्शियम की मात्रा मॉल -मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाती है।

  • एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम होना 

रजोनिवृत्ति की प्रक्रिया से गुजरने वाली महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी हो जाती है। एस्ट्रोजन हार्मोन हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा को जमा होने में मदद करता है।

  • व्यायाम न करना 

एकदम व्यायाम न करना अर्थात दिन भर बैठ कर कार्य करने की दिनचर्या होना या बहुत अधिक व्यायाम करना भी कैल्शियम की कमी कारण बनता है।

कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन अधिक करना 

चाय, कॉफ़ी, तम्बाकू, शराब आदि का अधिक सेवन करने से भी शरीर में कैल्शियम के स्तर में कमी आ जाती है। इसके अतिरिक्त रिफाइंड खाद्य पदार्थो (मैदा, सफ़ेद ब्रेड, सफ़ेद चीनी आदि) का अधिक सेवन करने से भी कैल्शियम की कमी हो जाती है।

गर्भावती और स्तनपान कराने वाली माताएं 

गर्भावस्था के दौरान और स्तनपान कराने वाली माताओं को अधिक कैल्शियम की आवश्यकता होती है। ऐसे में कैल्शियम की आवश्यक मात्रा की पूर्ति शरीर में न होने पर अक्सर कैल्शियम की कमी होने की समस्या महिलाओं मैं पाई जाती है।

Calcium Deficiency Symptoms  कैल्शियम की कमी के लक्षण 

  • त्वचा में रूखापन होने के कारण पैर के तलवे एवं एड़ी की त्वचा फटने लगती है। ये एकदम मछली के उपरी स्किन की तरह से दिखती है।
  • थकान बने रहना। थोड़ा काम करने के बाद आराम की आवश्यकता महसूस होना।
  • नाखूनों का जरा सी ठोकर लगते हीं टूट जाना। अर्थात नाखून कमजोर और तिरछे होना।
  • दाँतों और मसूड़ों में सड़न की समस्या उत्पन्न होना।
  • दिल घबराने की समस्या।
  • करवट लेटने पर हाथ की उँगलियों का सुन्न होना।
  • बार -बार  गर्भपात होना।
  • माहवारी में अधिक खून आना।
  • याददाश्त में कमी आना।

Prevention of Calcium Deficiency  कैल्शियम की कमी से बचने के उपाय 

कैल्शियम की कमी से बचने के लिए दैनिक आहार में निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए :

  • पनीर, दूध, दही, अंडा आदि डेरी उत्पाद/प्रोडक्ट को आहार में शामिल करना।
  • टोफू, ब्रोकोली, पालक, फलियाँ/बीन्स, हरी सब्जियाँ आदि में कैल्शियम की अधिक मात्रा पाई जाती है।
  • फलों में संतरा, आँवला, आम , अनानास, सीताफल, किवी, नारियल आदि को दैनिक आहार में बदल -बदल कर शामिल करना चाहिए।
  • सूखे मेवे में बादाम, पिस्ता, अखरोट आदि।
  • मांसाहारी लोग सीफ़ूड और मछली को आहार में शमिलकर सकते हैं।
  • दालों में मोठ, राजमा, मूँग, चने आदि।
  • आटे में रागी, गेंहूँ और बाजरा के आटे में कैल्शियम की मात्रा अधिक पायी जाती है।
  • तिल के बीज में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा पायी जाती है। इसके लिए टिल को सलाद  में ड्रेसिंग के रोप्प में प्रयोग किया जा सकता है या टिल के लड्डू को खाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
  • कैल्शियम की कमी से बचने के लिए शरीर में विटामिन डी की भी आवश्यक मात्रा होना आवश्यक है। इसके लिए प्रतिदिन 20 मिनट के लिए सुबह 10:00 बजे से पहले की धूप लेना चाहिये।

नोट : 

कैल्शियम की कमी के लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। डॉक्टर द्वारा खून की जाँच के द्वारा कैल्शियम की आवश्यक मात्रा आपके शरीर की जरूरतों के हिसाब से निर्धारित की जाती है। बिना डॉक्टर के परामर्श के कैल्शियम की दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि कैल्शियम की मात्रा की अधिकता और कमी दोनों का शरीर पर बुरा असर होता है।

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3 thoughts on “Calcium Deficiency : Symptoms, Causes and Prevention कैल्शियम की कमी: लक्षण, कारण और बचाव

    1. तिल के लड्डू गुड़ में बना हुआ हो, उसका सेवन कर सकते हैं। किंतु बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन आवश्यकता से अधिक करना स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है। पोस्ट में लिखी गयी जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता का प्रसार करना है।

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