मुँह के छाले का घरेलु उपचार, munh ke chhale ka gharelu ilaj, mouth ulcer treatment, mouth ulcer home remedy, natural home remedy for mouth ulcer, mouth ulcer, home remedy
मुँह की भीतरी सतह पर छाले होना आम है। ये छाले मुँह के भीतरी सतह पर , मसूड़े या जीभ पर हो जाते है। छाले मुख्यतः पेट की खराबी, हारमोंस में बदलाव या गलती से दाँतों से जीभ/होंठ के कट जाने के कारण हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त शरीर में विटामिन बी, विटामिन सी की कमी से भी हो सकते हैं। मुँह के छाले की समस्या ज्यादातर 8 से 10 दिनों के अन्दर ठीक हो जाते हैं।
छाले की समस्या दूर करने के लिए चमत्कारिक घरेलू उपाय जड़ी-बूटियों से संभव है। वैसे छाले ठीक करने की दवा मेडिकल स्टोर पर भी उपलब्ध होती है। किन्तु मुँह के अन्दर होने के कारण छाले के उपचार के लिए प्राक्रृतिक सामग्री को अपनाना सुरक्षित रहता है। जिससे औषधि पेट के अन्दर भी चली जाए तो किसी प्रकार के नुकसान का खतरा न रहे। आइये जाने बहुत हीं सटीक घरेलू उपचार की जानकारी।
त्रिफला चूर्ण का प्रयोग
- त्रिफला पाउडर में विटामिन सी, दर्द निवारक, सूजन एवं घाव ठीक करने के गुण मौजूद होता है। जिसके कारण मुँह के छाले को ठीक करने में ये बहुत असरदार होता है।
- त्रिफला पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें अब इस लेप को छाले पर लगाने के लिए प्रयोग करें। इस लेप को दिन चार से पाँच बार लगाया जा सकता है। इससे छाला दो दिन के अन्दर ठीक हो जाता है।
बेकिंग सोडा/खाने वाले सोडा का प्रयोग
- बेकिंग सोडा में सूजन ठीक करने और बैक्टीरिया नष्ट करने का गुण मौजूद होता है। जिसके कारण छाले को ठीक करने में असरदार होता है।
- बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर पेस्ट तैयार करना है। इस लेप को छले पर लगाने के लिए दिन में चार – पाँच बार प्रयोग करें इससे भी छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।
मुँह के छाले के लिए बर्फ का प्रयोग
- बर्फ की सिकाई करने से सुजन और दर्द में आराम मिलता है। इसी कारण इसके प्रयोग से छाले के दर्द में आराम मिलता है।
- बर्फ के टुकड़े को पतले कपड़े में लपेट कर पोटली बना लें। फिर इससे छाले की सिंकाई करें इससे छाले के दर्द में आराम मिलने के साथ हीं सूजन भी ठीक हो जाता है।
तुलसी की पत्तियों का प्रयोग
- तुलसी की पत्तियों में एंटीफंगल गुण पाई जाती है। जिसके कारण इसके प्रयोग से छाले को ठीक करने में मदद मिलती है।
- तुलसी 5 -7 पत्तियों को साफ से धुलने के बाद पान की तरह मुँह में चबाने के लिए प्रयोग करें। जब पूरा पेस्ट मुँह के अन्दर फ़ैल जाए और पत्तियों की सनसनाहट का असर कम हो जाए, तो मुँह से बाहर निकाल दें या पानी के साथ निगल जाएँ। इस प्रक्रिया को दिन में दो बार अपनाएँ।
एलोवेरा/घृतकुमारी का प्रयोग
- एलोवेरा में एंटीफंगल एवं एंटीसेप्टिक गुण मौजूद होता है। इसके अतिरिक्त इसके जैल का प्रभाव भी शीतलता का एहसास दिलाता है। जिसके कारण छाले पर लगाने से फायदा पहुंचाता है।
- एलोवेरा की पत्तियों को का छिलका निकाल कर गुदे का पेस्ट तैयार कर लें। फिर इसे मुँहासे पर लेप की तरह लगाकर छोड़ दें। इससे छाले के दर्द और सूजन में तुरंत आराम मिलेगा।
अन्य लेख पढ़िए :
अंजीर के फायदे और खाने की विधि
कमर दर्द से राहत पाने के घरलू नुस्खे
असमय सफ़ेद बाल होने के कारण और बचाव के उपाय